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बेचैन मन का आलाप: August 2009
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बेचैन मन का आलाप. Monday, August 24, 2009. ख्वाबों का इंतजार. प्रतिक्रियाएँ:. Subscribe to: Posts (Atom). हम हैं. प्रशांत शर्मा. View my complete profile. ख्वाबों का इंतजार. अख़बार की बात. मीडिया रूम को लेटेस्ट मॉडल. चंडू चैनल. प्रत्यक्षा. रुकी हुई रेल. बातों-बातों में मन की बातें. समंदर से भेंट. मन का रास्ता. मातील्दा. तू नहीं तुम. तुम नहीं आप. मेरी दुनिया. लूज़ शंटिंग. सचिन की दुनिया. सतपुड़ा टाइगर रिर्जव की सैर-भाग-01. सफ़ेद घर. खुला मैदान नॉट अवेलेबल! FEEDJIT Live Traffic Map.
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बेचैन मन का आलाप: March 2010
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बेचैन मन का आलाप. Sunday, March 28, 2010. नींद की देहरी पर ख्वाब. दर्द कब होने लगे पता रहता है.पता रहे तो दर्द कौन होने दे। इसी तरह ख्वाब है कब आ जाए किसके आ जाए। सुबह-सुबह के इस ख्नाब की तामीर क्या होगी? प्रतिक्रियाएँ:. Subscribe to: Posts (Atom). हम हैं. प्रशांत शर्मा. View my complete profile. नींद की देहरी पर ख्वाब. अख़बार की बात. मीडिया रूम को लेटेस्ट मॉडल. चंडू चैनल. प्रत्यक्षा. रुकी हुई रेल. बातों-बातों में मन की बातें. समंदर से भेंट. मन का रास्ता. मातील्दा. सफ़ेद घर. FEEDJIT Live Traffic Map.
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बेचैन मन का आलाप: April 2010
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बेचैन मन का आलाप. Tuesday, April 20, 2010. बारिश का मौसम।. हर शाम बनता सँवरता है मौसम,. शायद अंतहीन इंतजार करता है मौसम।. किसी को पानी की तमन्ना किसी को भीगने का गम,. हर किसी को कहाँ खुश करता है मौसम।. सदा साथ रह कर भी वो अजनबी सा है,. मै जो गमजदा हूँ तो क्यों खुश है मौसम।. संभल संभलकर कदम रखती वो आई थी,. उस रोज भी तो खूब बरसा था मौसम।. शायद वो इस बार चले आए इस ओर,. इसी तमन्ना में सड़को पर बिताए कई मौसम।. किसी की नजरों से भीगा हूँ रूह तक,. प्रतिक्रियाएँ:. लेकिन,. नहीं होता. और मैं. Friday, April 9, 2010.
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बेचैन मन का आलाप: बारिश का मौसम।
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बेचैन मन का आलाप. Tuesday, April 20, 2010. बारिश का मौसम।. हर शाम बनता सँवरता है मौसम,. शायद अंतहीन इंतजार करता है मौसम।. किसी को पानी की तमन्ना किसी को भीगने का गम,. हर किसी को कहाँ खुश करता है मौसम।. सदा साथ रह कर भी वो अजनबी सा है,. मै जो गमजदा हूँ तो क्यों खुश है मौसम।. संभल संभलकर कदम रखती वो आई थी,. उस रोज भी तो खूब बरसा था मौसम।. शायद वो इस बार चले आए इस ओर,. इसी तमन्ना में सड़को पर बिताए कई मौसम।. किसी की नजरों से भीगा हूँ रूह तक,. प्रतिक्रियाएँ:. Tuesday, April 20, 2010 1:03:00 AM. मैæ...
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बेचैन मन का आलाप: तुम जो अब `आप` हों
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बेचैन मन का आलाप. Friday, April 9, 2010. तुम जो अब `आप` हों. तुमः 1. तुम क्यों चले आते हो सच में,. तुम स्वप्न में ही अच्छे लगते हो,. कम से कम मेरा कहना तो मानते हो।. तुमः २. तुम्हे भूल जाना दिल पर पत्थर रखने जैसा था,. पर आज इस भरी दुपहरी सी. जिंदगी में उसी पत्थर के नीचे,. थोड़ी सी नमी बची है।. मैं अक्सर वहाँ थोड़ा जी लेता हूँ।. तुमः ३. यह सही है कि मैने दिल तोड़ा. तुम्हे तन्हा किया,. हर वो बात जो तुम्हे पसंद थी वो कहना छोड़ा. प्रतिक्रियाएँ:. Pyaar me khuddari kya baat hai. मिष्वी said. हम हैं. बात&...
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बेचैन मन का आलाप: July 2009
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बेचैन मन का आलाप. Thursday, July 30, 2009. आज फिर दिल को . प्रतिक्रियाएँ:. Subscribe to: Posts (Atom). हम हैं. प्रशांत शर्मा. View my complete profile. आज फिर दिल को . अख़बार की बात. मीडिया रूम को लेटेस्ट मॉडल. चंडू चैनल. प्रत्यक्षा. रुकी हुई रेल. बातों-बातों में मन की बातें. समंदर से भेंट. मन का रास्ता. मातील्दा. तू नहीं तुम. तुम नहीं आप. मेरी दुनिया. लूज़ शंटिंग. सचिन की दुनिया. सतपुड़ा टाइगर रिर्जव की सैर-भाग-01. सफ़ेद घर. खुला मैदान नॉट अवेलेबल! FEEDJIT Live Traffic Map. FEEDJIT Live Traffic Feed.
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बेचैन मन का आलाप: April 2008
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बेचैन मन का आलाप. Sunday, April 20, 2008. जियो की यह भी मज़बूरी हैं. प्रतिक्रियाएँ:. Thursday, April 3, 2008. लीजिए एक और दिन जी लिए जैसा लोग हम से चाहते थे, पर अब यह सोचने लगे हैं. की कब तक क्या एक दिन ऐसा नही होगा जब अपनी मर्जी रह पाएंगे किय्ने लोग ऐसा सोचते हैं कोई बताएं. प्रतिक्रियाएँ:. प्रतिक्रियाएँ:. प्रतिक्रियाएँ:. Subscribe to: Posts (Atom). हम हैं. प्रशांत शर्मा. View my complete profile. जियो की यह भी मज़बूरी हैं. अख़बार की बात. चंडू चैनल. प्रत्यक्षा. रुकी हुई रेल. सफ़ेद घर.
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बेचैन मन का आलाप: August 2008
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बेचैन मन का आलाप. Tuesday, August 19, 2008. प्रतिक्रियाएँ:. Subscribe to: Posts (Atom). हम हैं. प्रशांत शर्मा. View my complete profile. अख़बार की बात. मीडिया रूम को लेटेस्ट मॉडल. चंडू चैनल. प्रत्यक्षा. रुकी हुई रेल. बातों-बातों में मन की बातें. समंदर से भेंट. मन का रास्ता. मातील्दा. तू नहीं तुम. तुम नहीं आप. मेरी दुनिया. लूज़ शंटिंग. सचिन की दुनिया. सतपुड़ा टाइगर रिर्जव की सैर-भाग-01. सफ़ेद घर. खुला मैदान नॉट अवेलेबल! FEEDJIT Live Traffic Map. FEEDJIT Live Traffic Feed.
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बेचैन मन का आलाप: जिंदगी के प्रोजेक्टर में अटके
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बेचैन मन का आलाप. Sunday, April 4, 2010. जिंदगी के प्रोजेक्टर में अटके. प्रतिक्रियाएँ:. और अगर हम ही ऐसे हैं तो -. खुदा जैसी किसी को हमारे बीच लाना जरूरी है क्या? Http:/ kavyawani.blogspot.com/. Sunday, April 04, 2010 2:13:00 AM. अरे भाईसा आप तो दार्शनिक हो गए। कहां छुपा था ये प्रोफेसर. Wednesday, April 07, 2010 12:14:00 AM. प्रशांत शर्मा. Thnx dharmendra jee.koi kahan kuch ban sakta hain sab waqt bana deta hain. Wednesday, April 07, 2010 12:21:00 AM. Wednesday, April 07, 2010 12:27:00 AM. बारì...