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मनवार

गुरुवार, 12 जनवरी 2012. जगमग बजार । च्यारुंमेर च्यानणौ । भारी भीड़ । गाड़ी-घोड़ा मावै ई कोनी ।. दियाळी रै मौकै लोग नूंवी जिनसां बपरावण सारु बजार में उमड़ जावै ।. भांत-भंतीली दुकानां सजायोड़ी । कठै ई मिठाई, कठैई पटाखा, कठैई कपड़ा-लत्ता. फुलझड़ी, सूतळी बंब, घूम चकरी, रंग-बिरंगी अनार, गंगा-जमना, सीटी , लाल. गिराक आवै अर देखतां-ई-देखतां झोळौ भर ’र ले जावै ।. बिल कित्ता रौ? सात सौ रीपिया ।". म्हारा? आपरा हजार हुग्या सा! बेसी क्यांरा है? जी खुस हुय जावैला ।. ठेठ शिवकाशी. मा नै ई के औळमौ? ऐकली लुग&#...ल्य...

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गुरुवार, 12 जनवरी 2012. जगमग बजार । च्यारुंमेर च्यानणौ । भारी भीड़ । गाड़ी-घोड़ा मावै ई कोनी ।. दियाळी रै मौकै लोग नूंवी जिनसां बपरावण सारु बजार में उमड़ जावै ।. भांत-भंतीली दुकानां सजायोड़ी । कठै ई मिठाई, कठैई पटाखा, कठैई कपड़ा-लत्ता. फुलझड़ी, सूतळी बंब, घूम चकरी, रंग-बिरंगी अनार, गंगा-जमना, सीटी , लाल. गिराक आवै अर देखतां-ई-देखतां झोळौ भर ’र ले जावै ।. बिल कित्ता रौ? सात सौ रीपिया ।. म्हारा? आपरा हजार हुग्या सा! बेसी क्यांरा है? जी खुस हुय जावैला ।. ठेठ शिवकाशी. मा नै ई के औळमौ? ऐकली लुग&#...ल्य...
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मनवार | manvaar.blogspot.com Reviews

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गुरुवार, 12 जनवरी 2012. जगमग बजार । च्यारुंमेर च्यानणौ । भारी भीड़ । गाड़ी-घोड़ा मावै ई कोनी ।. दियाळी रै मौकै लोग नूंवी जिनसां बपरावण सारु बजार में उमड़ जावै ।. भांत-भंतीली दुकानां सजायोड़ी । कठै ई मिठाई, कठैई पटाखा, कठैई कपड़ा-लत्ता. फुलझड़ी, सूतळी बंब, घूम चकरी, रंग-बिरंगी अनार, गंगा-जमना, सीटी , लाल. गिराक आवै अर देखतां-ई-देखतां झोळौ भर ’र ले जावै ।. बिल कित्ता रौ? सात सौ रीपिया ।". म्हारा? आपरा हजार हुग्या सा! बेसी क्यांरा है? जी खुस हुय जावैला ।. ठेठ शिवकाशी. मा नै ई के औळमौ? ऐकली लुग&#...ल्य...

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मनवार: सुवाल भासा रो कोनी वजूद रो है

http://manvaar.blogspot.com/2010/01/blog-post.html

शनिवार, 16 जनवरी 2010. सुवाल भासा रो कोनी वजूद रो है. सुवाल भासा रो कोनी वजूद रो है. म्मा घणी सा! ख्यातनाम साहित्यकार नानूराम. संस्कर्ता कैया करता- ". क्यूं. राजस्थानी. इण बाबत आपरै घण्मूंघै बिचारां री अडीक है. जै राजस्थान, जै हिंद. मदन गोपाल लढा. प्रस्तुतकर्ता मदन गोपाल लढ़ा. 0 टिप्पणियाँ:. एक टिप्पणी भेजें. नई पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें टिप्पणियाँ भेजें (Atom). सुवाल भासा रो कोनी वजूद रो है. म्हारै बारै में. मदन गोपाल लढ़ा. Mahajan, Bikaner, India. म्हारी बात. म्हारो सिरजण. By Isnaini Dot Com.

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मनवार: 01/16/10

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शनिवार, 16 जनवरी 2010. सुवाल भासा रो कोनी वजूद रो है. सुवाल भासा रो कोनी वजूद रो है. म्मा घणी सा! ख्यातनाम साहित्यकार नानूराम. संस्कर्ता कैया करता- ". क्यूं. राजस्थानी. इण बाबत आपरै घण्मूंघै बिचारां री अडीक है. जै राजस्थान, जै हिंद. मदन गोपाल लढा. प्रस्तुतकर्ता मदन गोपाल लढ़ा. 0 टिप्पणियाँ. इस संदेश के लिए लिंक. नई पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें संदेश (Atom). सुवाल भासा रो कोनी वजूद रो है. म्हारै बारै में. मदन गोपाल लढ़ा. Mahajan, Bikaner, India. म्हारी बात. डा. मदन गोपाल लढ़ा. तकनीकी सहयोग.

3

मनवार: 03/22/10

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सोमवार, 22 मार्च 2010. कुण घाली आ राड़ भायला. करलै आड़ी बाड़ भायला. इण बास मांय बसणो है तो. जड़ना हुसी किवाड़ भायला. बत्तीसी बचणी मुस्कल है. चभका मारै जाड़ भायला. देस म्हारलो बूढो हुग्यो. डग-डग हालै नाड़ भायला. बिन बिरखा सूकी है खेती. करी पड़ी है पाड़ भायला. मदन गोपाल लढ़ा. प्रस्तुतकर्ता मदन गोपाल लढ़ा. 0 टिप्पणियाँ. इस संदेश के लिए लिंक. नई पोस्ट. पुराने पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें संदेश (Atom). म्हारै बारै में. मदन गोपाल लढ़ा. Mahajan, Bikaner, India. म्हारी बात. डा. मदन गोपाल लढ़ा. तकनीकी सहयोग.

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मनवार: कहाणी

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गुरुवार, 12 जनवरी 2012. जगमग बजार । च्यारुंमेर च्यानणौ । भारी भीड़ । गाड़ी-घोड़ा मावै ई कोनी ।. दियाळी रै मौकै लोग नूंवी जिनसां बपरावण सारु बजार में उमड़ जावै ।. भांत-भंतीली दुकानां सजायोड़ी । कठै ई मिठाई, कठैई पटाखा, कठैई कपड़ा-लत्ता. फुलझड़ी, सूतळी बंब, घूम चकरी, रंग-बिरंगी अनार, गंगा-जमना, सीटी , लाल. गिराक आवै अर देखतां-ई-देखतां झोळौ भर ’र ले जावै ।. बिल कित्ता रौ? सात सौ रीपिया ।". म्हारा? आपरा हजार हुग्या सा! बेसी क्यांरा है? जी खुस हुय जावैला ।. ठेठ शिवकाशी. मा नै ई के औळमौ? ऐकली लुग&#...ल्य...

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मनवार: 01/12/12

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गुरुवार, 12 जनवरी 2012. जगमग बजार । च्यारुंमेर च्यानणौ । भारी भीड़ । गाड़ी-घोड़ा मावै ई कोनी ।. दियाळी रै मौकै लोग नूंवी जिनसां बपरावण सारु बजार में उमड़ जावै ।. भांत-भंतीली दुकानां सजायोड़ी । कठै ई मिठाई, कठैई पटाखा, कठैई कपड़ा-लत्ता. फुलझड़ी, सूतळी बंब, घूम चकरी, रंग-बिरंगी अनार, गंगा-जमना, सीटी , लाल. गिराक आवै अर देखतां-ई-देखतां झोळौ भर ’र ले जावै ।. बिल कित्ता रौ? सात सौ रीपिया ।". म्हारा? आपरा हजार हुग्या सा! बेसी क्यांरा है? जी खुस हुय जावैला ।. ठेठ शिवकाशी. मा नै ई के औळमौ? ऐकली लुग&#...ल्य...

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रांधण: क्यूं थारी गोमा गाजै रै?

http://rajasthanirandhan.blogspot.com/2010/05/blog-post_09.html

क्यूं थारी गोमा गाजै रै? क्यूं थारी गोमा गाजै रै? आजाद देश है थांरौ! फैरूं थांरी किण सूं फाटै रै? अबै नीं तो ठाकर रैया,. नीं रैयी वा ठकराई. नी रैया वै पातसाह,. नीं रैयी लाटसाही।. राजसाही रूळगी लोकराज में. फैर क्यांरौ संको रै? इत्ता निबळा क्यूं हुग्या,. क्यूं थारी गोमा गाजै रै? ओ राज लोक रौ! लोकां रौ! लोकां रै सारू! वोटां री मसीनां सूं. बणै मंतरी जद अठै. जात रै आरक्षण सूं. संतरी जद बणै अठै. पांत में दूभांत री. बात करै क्यूं अठै? फैर क्यांरी अड़कांस रै. बण्यौ मंतरी,. जै डरतो भगत सिंघ. मजो आग्य&#...वाह...

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रांधण: 07/01/2010 - 08/01/2010

http://rajasthanirandhan.blogspot.com/2010_07_01_archive.html

राजस्थान रौ भविष्य कांई? आप संयुक्त राष्ट्रसंघ (United Nations) मांय राजस्थानी मांय बोल सकौ पण राजस्थान री विधान सभा मांय राजस्थानी बोलण सूं रोकीजै. कित्तौ बरदास्त करांला. आपणां खुद रा नेता आपणी भासा बोलता संकौ करै. विरभुमी राजस्थान, जठै मरणै नै तैवार मानीजै उण धरती रै लोगां नै औ कांई व्है ग्यौ? क्यूं अठै रा लोगां रौ रगत पाणी बण ग्यौ? क्यूं राजस्थान रा विर सुरमा हिजड़ा बण ग्या? हनवंतसिंघ राजपुरोहित. 1 टिप्पणी:. नई पोस्ट. पुराने पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. Follow Us On Facebook. अम्बू शर्मा. आर एस टेलर. किश&...

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रांधण: 08/01/2010 - 09/01/2010

http://rajasthanirandhan.blogspot.com/2010_08_01_archive.html

मायड भाषा रा दूहा. मायड भाषा रा दूहा. ओम पुरोहित ' कागद'. राजस्थानी भाषा. राज बणाया राजव्यां,भाषा थरपी ज्यान ।. बिन भाषा रै भायला,क्यां रो राजस्थान ॥१॥. रोटी-बेटी आपणी,भाषा अर बोवार ।. राजस्थानी है भाई,आडो क्यूं दरबार ॥२॥. राजस्थानी रै साथ में,जनम मरण रो सीर ।. बिन भाषा रै भायला,कुत्तिया खावै खीर ।।३॥. पंचायत तो मोकळी,पंच बैठिया मून ।. बिन भाषा रै भायला,च्यारूं कूंटां सून ॥४॥. भलो बणायो बाप जी,गूंगो राजस्थान ।. घर दफ़्तर अर बारनै,निज भाषा ई बोल ।. मायड भाषा बेलियो,न&#23...पर भाषा नै ब&#2...राजस&#238...

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कागज़ काले: January 2010

http://satyaparlika.blogspot.com/2010_01_01_archive.html

म्हारा ब्लॉग. सत्यनारायण सोनी री राजस्थानी कहाण्या. 2404; जनवाणी परलीका. 2404; राजस्थानी खबरां रो सांतरो संगम. 2404; मायड़ रो हेलो. 2404; मनवार. इकराम राजस्थानी. आपणी भाषा-आपणी बात. Sunday, January 31, 2010. बेटी जब पंख फैलाती है. 2405; बेटी जब पंख फैलाती है॥. जवान होता बेटा. जब उडारी भरने लगता है. दूर-दूर तक. तो मां-बाप के फख्र का. पार नहीं रहता।. और बेटी. जब पंख फैलाती है. तो मां-बाप के फिक्र का. पार नहीं रहता।. 2405; त्रिभुज के बीच॥. विधायक की ड्योढ़ी के. ठीक सामने. यह भी तो. छत पर खड़ी. शिक&#23...

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कागज़ काले: बेटी जब पंख फैलाती है

http://satyaparlika.blogspot.com/2010/01/blog-post.html

म्हारा ब्लॉग. सत्यनारायण सोनी री राजस्थानी कहाण्या. 2404; जनवाणी परलीका. 2404; राजस्थानी खबरां रो सांतरो संगम. 2404; मायड़ रो हेलो. 2404; मनवार. इकराम राजस्थानी. आपणी भाषा-आपणी बात. Sunday, January 31, 2010. बेटी जब पंख फैलाती है. 2405; बेटी जब पंख फैलाती है॥. जवान होता बेटा. जब उडारी भरने लगता है. दूर-दूर तक. तो मां-बाप के फख्र का. पार नहीं रहता।. और बेटी. जब पंख फैलाती है. तो मां-बाप के फिक्र का. पार नहीं रहता।. 2405; त्रिभुज के बीच॥. विधायक की ड्योढ़ी के. ठीक सामने. यह भी तो. छत पर खड़ी. Jhakjhorti hu...

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कागज़ काले: February 2010

http://satyaparlika.blogspot.com/2010_02_01_archive.html

म्हारा ब्लॉग. सत्यनारायण सोनी री राजस्थानी कहाण्या. 2404; जनवाणी परलीका. 2404; राजस्थानी खबरां रो सांतरो संगम. 2404; मायड़ रो हेलो. 2404; मनवार. इकराम राजस्थानी. आपणी भाषा-आपणी बात. Monday, February 22, 2010. उस पार की जमीन. 2405; उस पार की जमीन॥. बच्चे के पास. नहीं है कोई जेट विमान. कोई रॉकेट. या हवाई सर्वेक्षण करता. कोई हैलिकौप्टर।. उसके पास है. प्यार की डोरी में बंधी. उड़ते-उड़ते पहुंच गई जो. सरहद पार के आसमान में. बांट रही. एक अदद मुस्कान।. कोई शक की नजरों. सरहद पार।. कोई मिसाइल. 2 ज्ञान ...3 र&#2366...

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रांधण: 04/01/2010 - 05/01/2010

http://rajasthanirandhan.blogspot.com/2010_04_01_archive.html

आ लोगां सूं ना राखो राजस्थानी मानता आन्दोलन में आवण री आस. आ लोगां सूं ना राखो राजस्थानी मानता आन्दोलन में आवण री आस. अजय कुमार सोनी 'मोट्यार'. कदी सोच्यो? उपलब्ध कराया है. जका बतावे कै जे ऐ लोग १० दिन कारोबार बंद कर देवै तो मान्यता तैयार है. 1 सिँघाणियां ग्रुप. 2बांगड़ ग्रुप. 3मोदी ग्रुप. 4 बिड़ला ग्रुप. 5केड़िया ग्रुप. 6 बिहाणी ग्रुप. 7 थिराणी ग्रुफ. 8मुरारका ग्रुप. 9पौद्दार ग्रुप. 10डालमियां ग्रुप. 11 बज़ाज ग्रुप. 12 लखोटिया ग्रुप. 13 सर्राफ ग्रुप. 14मील ग्रुप. जय राजस्थान! बडां बडा&#230...छोट&#2368...

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रांधण: राजस्थान रा लूण हराम

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राजस्थान रा लूण हराम. पं. मदनमोहन मालविय :. अचुम्भौ हुवै? सरदार वल्लभ भाई पटेल :. इंदिरा गांधी :. स्वामी दयानंद सरस्वती :. जयनारायण व्यास :. सिंधी समाज :. हाल ईं घणां दूजा नांव है, पण फेरू कदै. जै राजस्थान! जै राजस्थानी! हनवंतसिंघ राजपुरोहित. 6 टिप्‍पणियां:. 7 मई 2010 को 4:24 am. Aa hi sab jaga hami jane jane hi aapa lare riya ho sa. उत्तर दें. लक्ष्मण सिंह राजपुरोहित निम्बाडा पाली. 7 मई 2010 को 4:26 am. उत्तर दें. 7 मई 2010 को 4:29 am. उत्तर दें. 7 मई 2010 को 4:41 am. उत्तर दें. बेनामी. आर एस टेलर.

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रांधण: मायड भाषा रा दूहा

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मायड भाषा रा दूहा. मायड भाषा रा दूहा. ओम पुरोहित ' कागद'. राजस्थानी भाषा. राज बणाया राजव्यां,भाषा थरपी ज्यान ।. बिन भाषा रै भायला,क्यां रो राजस्थान ॥१॥. रोटी-बेटी आपणी,भाषा अर बोवार ।. राजस्थानी है भाई,आडो क्यूं दरबार ॥२॥. राजस्थानी रै साथ में,जनम मरण रो सीर ।. बिन भाषा रै भायला,कुत्तिया खावै खीर ।।३॥. पंचायत तो मोकळी,पंच बैठिया मून ।. बिन भाषा रै भायला,च्यारूं कूंटां सून ॥४॥. भलो बणायो बाप जी,गूंगो राजस्थान ।. घर दफ़्तर अर बारनै,निज भाषा ई बोल ।. मायड भाषा बेलियो,न&#23...पर भाषा नै ब&#2...राजस&#238...

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به یاد مونده هایه من

به یاد مونده هایه من. سلامتی کسایی که جسارت عاشقانه از دست دادنو دارن. نه حقارت به هر قیمت نگه داشتنو. نوشته شده در دوشنبه چهاردهم بهمن ۱۳۹۲ ساعت 15:8 توسط نجمه. برايت يك بغل گندم/دلي خشنود از مردم. برايت يك بغل مريم/كه مست از مي شوي هر دم. برايت قدرت آرش /كه دشمن را كشي آتش. برايت سفره اي ساده/حلال و پاك و آماده. برايت يك غزل احساس/دوبيتي هاي عطر ياس. برايت هرچه خوبي هست /صميمانه دعا كردم. نوشته شده در جمعه بیست و پنجم بهمن ۱۳۹۲ ساعت 16:38 توسط نجمه. دلم را تهدید کرده ام. بهانه ات را بگیرد. بدون ديگه وا...

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بهانه های من

شاید بخوام بیام اینجا غر بزنم. عیبی داره؟ زندگی هیچی نداره چرا؟ شایدم فقط واسه من اینجوریه؟ نوشته شده در پنجشنبه بیست و ششم اردیبهشت 1392ساعت 23:18 توسط فرنیا. من کلا ادمی هستم که همیشه فکر می کنم شاید این یکی با بقیه فرق داشته باشه. ولی همیشه بعدش به این نتیجه می رسم که اینم مثل بقیست. میام می گم بعدن. نوشته شده در چهارشنبه ششم دی 1391ساعت 19:5 توسط فرنیا. این گوشه وبلاگمو الان دیدم. نه دیگه . 2 سال گذشته. اندازه یه عالمه تجربه دارم تو این دو سال که آک نگشه داشتم اصلنم ازش استفاده نمی کنم. خوب همینه دیگ...

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αм☺☺ ρ◎øя@η & αмїґ мøℌ@мαÐ

Αм ρ øя@η and αмїґ мøℌ@мαÐ. فقط ب ندای کودک درونت گوش بسپار .ن هیچ. دونه دونه اشکام می چکه از چشمام. وقتی که تو نیستی تنهای تنهام. هرچی که دارم من از تو دارم. یه برگ زردم تویی بهارم. قلب منو تو خط خطی کردی. روزا شبامو قاطی پاتی کردی. نه نمیتونم دیگه نمی مونم. اگه تو نباشی دیگه نمی خونم. میام میام کنار تو با تو میمونم. بخون بخون تا هم صدا با تو بخونم. تویی تویی ای مهربون عزیز جونم عزیز جونم عزیز جونم. دوستی ما مثه یه قصه خوبه. مثل یه خورشید بی غروبه. وایی ذوق تولد عموجونی *. سر اغاز نوشته هایم. به همون خد...

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تمام زیبایی ها از آنِ من

تمام زیبایی ها از آن من. اگه باور داشته باشی که می رسی ، یعنی نصف راه رو رفتی. یه نشونه بفرست که الان در چه وضعیه و ایشالا که حالش خوبه. شنبه نوزدهم مهر ۱۳۹۳ 10:42 گیسو طلا. دیگه حتی اون امید همیشگی را نداریم. دوشنبه چهاردهم مهر ۱۳۹۳ 7:21 گیسو طلا. خدا جونم شکرت هزاران بار شکرت. من به امید سلامتی مامان و ذوق بابام زنده م. اینقدر دلم ریش میشه بابا رو می بینم. خدایا جونم ما بدون تو هیچیم مادرمو کمکش کن و به پدر و مادرم رحم کن. شنبه پنجم مهر ۱۳۹۳ 16:42 گیسو طلا. روز شهادت امام جواد(ع) هست. به بزرگواری خودتو...

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गुरुवार, 12 जनवरी 2012. जगमग बजार । च्यारुंमेर च्यानणौ । भारी भीड़ । गाड़ी-घोड़ा मावै ई कोनी ।. दियाळी रै मौकै लोग नूंवी जिनसां बपरावण सारु बजार में उमड़ जावै ।. भांत-भंतीली दुकानां सजायोड़ी । कठै ई मिठाई, कठैई पटाखा, कठैई कपड़ा-लत्ता. फुलझड़ी, सूतळी बंब, घूम चकरी, रंग-बिरंगी अनार, गंगा-जमना, सीटी , लाल. गिराक आवै अर देखतां-ई-देखतां झोळौ भर ’र ले जावै ।. बिल कित्ता रौ? सात सौ रीपिया ।". म्हारा? आपरा हजार हुग्या सा! बेसी क्यांरा है? जी खुस हुय जावैला ।. ठेठ शिवकाशी. मा नै ई के औळमौ? ऐकली लुग&#...ल्य...

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من و افکارم

امسال تابستون اوضاع بهتره.بیشترباعرشیاهستم چندین دفعه استخررفتیم.باانگیزه هایکه براش گذاشتم چندین جلدکتاب خونده.بیش از700صفحه داستان.خیلی برام جالب بودکه برای جایزه گرفتن این همه کتاب خونده لابه لای کتاب خوندن ها ریاضی هم کارکردیم.یکی از دفعاتی که استخربودیم طبق معمول بهم چسبیده بودوکل زمان حضورتواستخرتوبغلم بودوبازی می کردیم برگشت تو اب بهم گفت:باباجون خیلی مزه داد مخصوصاکه خیلی وقت بوداینجوری بغل هم نبودیم؟ هنوزطنین حرفش توسرم هست). نوشته شده در پنجشنبه هشتم مرداد ۱۳۹۴ساعت 10:29 توسط رضا(بابای عرشیا).

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فریاد مرگ _ & _ندای مرگ

فریاد مرگ and ندای مرگ. دیگه بسه منو ببین. دیگه امادم نمیتونم پیش از این بار عذاب رو تحمل کنم دیگه نیمیتونم میام و همه چیزو میگم ولی قبل از همه چیز خودتو آماده کن هر بلایی میخوایی سر بیاری بیار من آمادم. ولی عاطفه منم دوستت دارم منم میخوام بهت برسم دیگه راهی برام نمونده ولی نه یه راهی است اخرین جوری که دیگه هیچ کسو اذیت نکنم جوری که تا اخر ساکت بشم عاطفه منم ببین من همون علیرضا دو سال پیش میشم ولی با کمک تو. عاطفه یادم میاد تو دفتر ریاضیت نوشته بودی. ولی من اردیبهشت رو دوس دارم. ولی من قرمه سبزی. Ikimizi...

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من واطرافم

انچه برای من و اطراف من درگذزاست. عجیب تاریخ اسلام دراین روزها نیز تکرار میشود! دیروز توی جمع دوستانمون تدبری روی ایات سوره ممتحنه کردیم ودیدیم عجیب مصداق این روزهای وضع مملکت اسلامی ماست. چرا تاریخ این همه وزد به زود تکرار میشود؟ چرا آدمها هنوز نمیخواهند بفهمند که اصل زندگی چیست آنهم دردنیایی که نام آنرا دنیای مدرن وبارویکرد به ظاهر عقل گرایی وروشنفکری میگذارند؟ بعضی وقتها فکر کردن به مسایل این روزهای کشورم اشک را به چشمانم هدیه میدهد. اللهم عجل لولیک الفرج. اللهم عجل لولیک الفرج. نوشته شده در چهارشنبه ...

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فعلا می نویسم

هیچ چیز نمی دونم. آروم هستم نمی دونم این آرامش قبل از طوفانه . هیچ چیزی که از درسی که یکشنبه امتحان داریم یادم نیست ,انگار فقط در حد ورق زدن جزوه ها بوده . کاش این روز ها هیچ وقت تکرار نشوند. از صبح مشغول خواندن دو تا امتحانی هستم که شنبه امتحان داریم ,خدا کنه بتونم تا فردا ظهر تموم کنم تا حداقل بتونم ۱۰ نمره از امتحان یکشنبه رو مرور کنم . تاريخ پنجشنبه شانزدهم دی ۱۳۹۵ساعت 19:30 نويسنده دختر شرقی. نگذار خودش رو لوس کنه. من نگرانم اما گفتنش هم این جا فایده نداره . بهش رو نده خودش رو لوس کنه . ۱ جلسه از یک...

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و این منم ...

و این منم . با آینه ای از خود واقعیم. ای که مرا خوانده ای، راه نشانم بده. و من خدایی دارم که هیچگاه مرا فراموش نمیکند،. او که مرا دوست دارد وبهترینها را برایم میخواهد،. خداییکه لحظه ای مرا بحال خود وا نمیگذارد. وهمیشه در کنار من است حتی لحظاتی که. سرشار از معصیتم وگناه وجودم را فراگرفته است. خداییکه میبخشد بی منت، به منتهایی بزرگیش. و نعمت میدهد بی اندازه، به بی کرانگی مهربانیش. آری این زبان من است که رسوا شده ی. این خدای بزرگ است. تو تنها دارایی من هستی. و براستی که ثروتمندم وبی نیاز از غیر تو. نوشته شد...